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जेबकतरे

अमृता प्रीतम

प्रकाशक : सरल प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2011
पृष्ठ :150
मुखपृष्ठ :
पुस्तक क्रमांक : 8483
आईएसबीएन :0

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जेबकतरे पुस्तक का किंडल संस्करण...

Jebkatre - A Hindi Ebook By Amrita Pritam

किंडल संस्करण


चीख सचमुच अशोक की थी, विनोद ने बताया। वे दोनों रात मुझसे पहले सो गए थे, इसलिए जल्दी जाग गए थे। अशोक पर ‘आर्ट-गैलरी’ वाली बात इस तरह छाई हुई थी कि सुबह होते ही वह झाडू लेकर दीवारें पोंछने लगा था। कोनों में रह गए जालों की तरफ देखते हुए जब उसने एक दीवार की खुली खिड़की की तरफ देखा था–सामने एक भयानक शक्ल थी, और अशोक की चीख निकल गई थी।

पता लगा–पुरानी उजड़ी हुई हवेली में, रात की मोमबत्तियों की रोशनी ने, कोठी के आबाद होने की खबर दे दी थी,
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