उपन्यास >> जल्लाद की डायरी जल्लाद की डायरीशशि वारियर
|
4 पाठकों को प्रिय 14 पाठक हैं |
त्रावणकोर के पेशेवर जल्लाद की ज़िंदगी पर आधारित झकझोर देने वाला उपन्यास।
त्रावणकोर के पेशेवर जल्लाद की ज़िंदगी पर आधारित झकझोर देने वाला उपन्यास। यह मानव जीवन पर एक चिंतन हैं... ‘जल्लाद की डायरी’ गहन अनुभूतियों के बीच रची गई एक पुस्तक है, भावुकता से अछूती पर एक काल्पनिक लेखक व पाठक के मानसिक, भावात्मक और मानवीय विकास का चित्रण है। यह एक बेहतरीन प्रयास है।
-आउटलुक
स्याह, मगर न भूलने वाली यह कहानी.... वारियर को प्रथम श्रेणी के एंग्लो-इंडियन लेखकों में स्थापित कर देती है।
-द वीक
यह एक शक्तिशाली, सुगठित और दहला देने वाली कहानी है। ऐसी सिहरा देने वाली कहानी इतनी सरल शैली में पहले कभी नहीं लिखी गई।
-द टेलीग्राफ
लेखक परिचय :शशि वारियर का जन्म 1959 में केरल राज्य में हुआ। आपने अर्थशास्त्र का अध्ययन किया और बिट्स पिलानी से एम. ए. किया। आपने तीन रोचक पुस्तकें ‘नाइट ऑफ़ द क्रेट’, ‘द ऑरफ़न’ तथा ‘स्नाइपर’ लिखीं। आपने ‘द हिडेन कॉन्टिनेंट’ एवं ‘सूज़ीज़ गिफ़्ट’ नाम से बच्चों के लिए भी दो पुस्तकें लिखी हैं। आजकल आप पणमन्ना, केरल में निवास करते हैं।
|
लोगों की राय
No reviews for this book