कविता संग्रह >> खत्म नहीं होती बात खत्म नहीं होती बातबोधिसत्व
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जीने का सहजबोध और उसको सराहती-संभालती दुधमुँही कोंपलों-सी कुछ यादें, कुछ कचोटें, कुछ लालसाएँ और कुछ शिकायतें करती बोधिसत्व की कविताएँ
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