कहानी संग्रह >> विभाजन भारतीय भाषाओं की कहानियाँ-1 विभाजन भारतीय भाषाओं की कहानियाँ-1नरेन्द्र मोहन
|
5 पाठकों को प्रिय 72 पाठक हैं |
किसी बड़े हादसे के सन्दर्भ में सामाजिक ढाँचा कैसे चरमराता है, राजनीति-तन्त्र कैसे बेअसर हो जाता है, सामाजिक जीवन किन गुत्थियों से भर जाता है, इन सबका सामना करती हुई विभाजन सम्बन्धी भारतीय कहानियाँ...
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book