उपासना एवं आरती >> हनुमान तंत्रम् हनुमान तंत्रम्कमल प्रकाश अग्रवाल
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इस पुस्तक में हनुमान के जीवन के प्रमुख घटनाओं का विवरण है। रामचरित मानस में ‘सुन्दरकाण्ड’ का नाम ‘हनुमानकाण्ड’ होना चाहिये था, परन्तु तुलसी बाबा ने हनुमान के पुराने नाम ‘सुन्दर’ पर ही रचा ताकि सुन्दरकाण्ड ‘सत्यं शिवं सुन्दरं की तरह ’सुन्दर’ ही सबको प्रिय लगे।
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