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विनोबा

निर्मला देशपांडे

प्रकाशक : नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया प्रकाशित वर्ष : 2000
पृष्ठ :131
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 75
आईएसबीएन :00000000

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भूदान आंदोलन के संस्थापक विनोबा ( 1895-1982) के जीवन चरित को सुप्रसिद्ध लेखिका निर्मला देशपांडे ने बहुत सहज भाव से प्रस्तुत किया है।

Vinoba

प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश

भूदान आंदोलन के संस्थापक विनोबा ( 1895-1982) के जीवन चरित को सुप्रसिद्ध लेखिका निर्मला देशपांडे ने बहुत सहज भाव से प्रस्तुत किया है। स्वयं को शिक्षक जाति का कहने वाले विनोबा कई भाषाओं के ज्ञाता थे। अध्ययन व अध्यापन में रूचि रखने वाले विनोबा जिस काम में अध्ययन न हो उसे निस्कार समझ कर फेंक देने वाले साधक थे। जमीन तथा संपत्ति पर सबका समान अधिकार मानकर, भूदान तथा स्वेच्छापूर्वक स्वामित्व विसर्जन के विशाल लक्ष्य को कार्यरूप देने वाले विनोबा छलकपट व राजनीति से दूर सरलता और सादगी की प्रतिमूर्ति थे। सारे विश्व को एक नीड़ बनाने के लिए कृतसंकल्प विनोबा का जीवन स्वयं में एक संदेश है।

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