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विचार वीथी

पुरुषोत्तम बाजपेयी

प्रकाशक : आशा प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 1992
पृष्ठ :112
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 6481
आईएसबीएन :0000000000

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मार्क्सवादी दर्शन एक आशावादी दर्शन है जिसमें पराजयवाद, पलायनवाद और निराशावाद जैसी प्रवृत्तियों के लिए कोई स्थान नहीं है...

Vichar Veethi

प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश

संसार का सारा साहित्य, अपनी नयी प्रगतिशील परम्परा के माध्यम से, प्रभावित हुआ। सर्वत्र इस नयी प्रगतिशील दिशा में साहित्य रचा जाने लगा। ललित साहित्य, समीक्षा साहित्य, कथा साहित्य सभी इसके आतिशों में चमके और नये जीवन को नये भावोद्वेगों में हमने भेंटा और साधा। भारतीय साहित्य क्षेत्र में भी उसका भावांकन विशद मात्रा में हुआ। उसके एक पक्ष का जो अनुशीलन डॉ. वाजपेयी ने यहाँ प्रस्तुत किया है, वह श्लाघ्य है, मैं उसका साधुवाद करता हूँ, समीक्षा के क्षेत्र में उसका स्वागत करता हूँ।

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