लोगों की राय

जीवनी/आत्मकथा >> शब्द और सुर का संगम

शब्द और सुर का संगम

दानबहादुर सिंह

प्रकाशक : नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया प्रकाशित वर्ष : 2007
पृष्ठ :139
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 6430
आईएसबीएन :978-81-237-5195

Like this Hindi book 8 पाठकों को प्रिय

363 पाठक हैं

यह पुस्तक काजी नज़रुल इस्लाम के काल की विषम परिस्थितियों का आकलन करते हुए इस महान चितेरे की शाश्वत और मानवीय मूल्यों से आपूर्ण बहुमुखी प्रतिभा की झलक प्रस्तुत करती है....

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ

लोगों की राय

No reviews for this book