| जीवनी/आत्मकथा >> सरदार पटेल सरदार पटेलसेठ गोविन्द दास
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सेठ गोविन्द दास द्वारा सरदार पटेल के जीवन की अनुपम प्रस्तुति...
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
यह प्रेरणात्मक जीवनी है सरदार पटेल की, जो स्वतन्त्रता आन्दोलन के प्रबल सेनानी
और देश के प्रथम गृहमन्त्री थे। उन्हीं को भारत की 562 रियासतों को देश के साथ एक करने का महान श्रेय जाता है, इसी कारण उन्हें भारत का बिस्मार्क भी कहा जाता है। स्वतंत्रता प्राप्त होने के पश्चात् राज्यों की कांग्रेस समितियों ने उन्हीं को
पहले प्रधानमंत्री पद के लिए चुना था, न कि जवाहर लाल नेहरू को। जब महात्मा गांधी ने उनके स्थान पर नेहरू जी को
प्रधानमन्त्री बनने का अवसर दिया, तब उनके माथे पर शिकन तक नहीं आई। ऐसे गरिमामय और महिमावान सरदार पटेल की यह जीवनी सेठ गोविन्द दास ने लिखी है, जो अच्छे लेखक होने के साथ-साथ कांग्रेस के अग्रणी नेताओं में भी थे। सभी दृष्टियों से प्रामाणिक और पठनीयता की दृष्टि से अपूर्व यह जीवनी प्रत्येक भारतीय के लिए अवश्य पठनीय है।
			
		  			
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लोगों की राय
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