अतिरिक्त >> कहावतों की कहानी मुहावरों की जुबानी -1 कहावतों की कहानी मुहावरों की जुबानी -1पाण्डेय सूरजकान्त शर्मा
|
6 पाठकों को प्रिय 18 पाठक हैं |
कहावतों की कहानी मुहावरों की जुबानी -1 का यह पहला भाग प्रस्तुत है.....
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
ढपोरशंख
अन्य समानार्थक कहावतें
1. संस्कृतः न नश्यति तमो नाम कृत्या
दीपवार्त्तय
2. हिन्दीः बातों के राजा नहीं होय काजा।
3. हिन्दीः थोथा चना बाजे घना।
4. बंगलाः कथाय़ बार्ताय सुपारिश, माठा निबे तो छाला आनिस।
5. अंग्रेजीः The noise is greater than nuts.
अर्थः ढ़पोरशंख तथा ऊपर दी हुई कहावतों का अर्थ है ‘गप्पी’ या गप्प या गप्प मारना।
भावः जब कोई व्यक्ति बातें बहुत करता है पर काम कुछ नहीं करता, या काम कम करता है बातें ज्यादा करता है तो उसे ढपोरशंख कहते हैं।
व्याख्याः गप्पी उसे कहते है जो आसमान के तारे तोड़ लाने की बात करता है पर वास्तव में कुछ नहीं करता।
2. हिन्दीः बातों के राजा नहीं होय काजा।
3. हिन्दीः थोथा चना बाजे घना।
4. बंगलाः कथाय़ बार्ताय सुपारिश, माठा निबे तो छाला आनिस।
5. अंग्रेजीः The noise is greater than nuts.
अर्थः ढ़पोरशंख तथा ऊपर दी हुई कहावतों का अर्थ है ‘गप्पी’ या गप्प या गप्प मारना।
भावः जब कोई व्यक्ति बातें बहुत करता है पर काम कुछ नहीं करता, या काम कम करता है बातें ज्यादा करता है तो उसे ढपोरशंख कहते हैं।
व्याख्याः गप्पी उसे कहते है जो आसमान के तारे तोड़ लाने की बात करता है पर वास्तव में कुछ नहीं करता।
कहानी कार की ओर से-बच्चों !
तुम ढपोरशंख का मतलब समझ गये होगे। पर कहानी
सुने बगैर मतलब का क्या मजा आएगा ? है न ! तो लो मैं तुम्हें अब ढपोरशंख
की कहानी सुनाता हूँ जो तुम्हें शायद इसकी अब तक सबसे ज्यादा मजेदार कहानी
लगेगी। कहानी पढ़ो और फिर सोचो, तुम्हारे दोस्तों में कौन-कौन ढपोरशंख है।
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book