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कहावतों की कहानी मुहावरों की जुबानी -1

पाण्डेय सूरजकान्त शर्मा

प्रकाशक : इतिहास शोध-संस्थान प्रकाशित वर्ष : 2003
पृष्ठ :30
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 6262
आईएसबीएन :81-8071-014-9

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कहावतों की कहानी मुहावरों की जुबानी -1 का यह पहला भाग प्रस्तुत है.....

Kahavaton Ki Kahani Muhavaron Ki Jubani A Hindi Book i by Sukirti Bhatnagar

प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश

ढपोरशंख


अन्य समानार्थक कहावतें

1.    संस्कृतः न नश्यति तमो नाम कृत्या दीपवार्त्तय
2.    हिन्दीः बातों के राजा नहीं होय काजा।
3.    हिन्दीः थोथा चना बाजे घना।
4.    बंगलाः कथाय़ बार्ताय सुपारिश, माठा निबे तो छाला आनिस।
5.    अंग्रेजीः The noise is greater than nuts.
अर्थः ढ़पोरशंख तथा ऊपर दी हुई कहावतों का अर्थ है ‘गप्पी’ या गप्प या गप्प मारना।
भावः जब कोई व्यक्ति बातें बहुत करता है पर काम कुछ नहीं करता, या काम कम करता है बातें ज्यादा करता है तो उसे ढपोरशंख कहते हैं।
व्याख्याः गप्पी उसे कहते है जो आसमान के तारे तोड़ लाने की बात करता है पर वास्तव में कुछ नहीं करता।

कहानी कार की ओर से-बच्चों !

तुम ढपोरशंख का मतलब समझ गये होगे। पर कहानी सुने बगैर मतलब का क्या मजा आएगा ? है न ! तो लो मैं तुम्हें अब ढपोरशंख की कहानी सुनाता हूँ जो तुम्हें शायद इसकी अब तक सबसे ज्यादा मजेदार कहानी लगेगी। कहानी पढ़ो और फिर सोचो, तुम्हारे दोस्तों में कौन-कौन ढपोरशंख है।

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