अतिरिक्त >> हम ऐसा ही करेगें हम ऐसा ही करेगेंरमेश कटारिया
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हर महीने के पहले सप्ताह में रामबेटी का मनीआर्डर आता था। शहर में उसका बेटा मदन नौकरी करता था। हर महीने माँ को खर्चे के लिये पांच सौ रुपये भेजता था।
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