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गीता प्रेस, गोरखपुर >> सत्यप्रेमी हरिश्चन्द्र

सत्यप्रेमी हरिश्चन्द्र

गीताप्रेस

प्रकाशक : गीताप्रेस गोरखपुर प्रकाशित वर्ष : 2008
पृष्ठ :32
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 6122
आईएसबीएन :00000

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परमात्मा ही सत्य है। वह नित्य एकरस और अविनाशी है। सत्य में कभी परिवर्तन नहीं होता।

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