लोगों की राय

सांस्कृतिक >> सहस्रफण

सहस्रफण

विश्वनाथ सत्यनारायण

प्रकाशक : भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशित वर्ष : 2005
पृष्ठ :455
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 586
आईएसबीएन :81-263-0113-9

Like this Hindi book 7 पाठकों को प्रिय

74 पाठक हैं

प्रस्तुत उपन्यास में अंग्रेज सरकार का सहारा लेकर किये गये आघात,अन्ध-अनुकरण के फलस्वरूप भारतीय जीवन की हो चुकी एवं हो रही दुर्गति आदि बातों का अत्यन्त प्रभावशाली अनुशीलन वर्णन किया गया है..

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

लोगों की राय

No reviews for this book