कविता संग्रह >> आने दो शब्दों को आने दो शब्दों कोबाल गोविन्द द्विवेदी
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प्रस्तुत-कविता संग्रह जीवन के विविध पक्षों की प्रस्तुति में अत्यन्त सहज एवं सुन्दर है। कवि ने काव्य को जीवन की समीक्षा, कल्पना तथा कला के साथ अन्तर्मन के अनुभूत सत्य का चित्रात्मक रूप माना है।
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