अतिरिक्त >> मस्ताने एस.एम.एस मस्ताने एस.एम.एसबिल्लू बादशाह
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बिल्लू बादशाह के द्वारा लिखे गये मस्ताने एवं रोचक एस.एम.एस......
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
इतिहास में उसे ही अच्छा बादशाह कहा गया है-जिसने लुटाया है बांटा है।
लतीफे, चुटकुले, जोक्स, एस.एम.एस. पर किसी एक का अधिकार नहीं है, शुद्ध
मनोरंजन है खुशियों का खजाना है। इसे बिल्लू बादशाह को भी अपने दोस्तों के
बीच खुले दिल से लुटाना है। पढ़कर एस.एम.एस. बिल्लू के दूर करें अवसाद। जब
जब आए हंसी, करना बिल्लू को याद।
जाने क्या मुझसे जमाना चाहता है,
मेरा दिल तोड़कर मुझे हंसाना चाहता है।
जाने क्या बात झलकती है मेरे चेहरे से,
हर शख्स मुझे आजमाना चाहता है।
आठ बच्चे हो गये सिर्फ बारह साल में,
नमक भी महंगाई में, मिलता नहीं है दाल में।
पंचवर्षीय योजना मैंने बनाई है प्रिये,
तुम रहो बाबुल के घर में मैं रहूं ससुराल में।
गर तू साथ है मेरे,
तो दिल आबाद है मेरा,
कह दे तू अपने बाप से,
यदी दामाद है तेरा।
ये जो लड़कियों के बाल होते हैं, लड़कों को फसाने के जाल होते हैं।
खून चूस लेती हैं लड़कों का सारा, तभी तो इनके होंठ लाल होते हैं।
मैंनेजर और उसकी सेक्रेटरी दोनों होटल में जाते हैं। बेड पर पहुचते ही मैंनेजर पूछता है—‘‘मैं तुम्हें पत्नी की तरह ट्रीट करूं या सेक्रेटरी की तरह ?’’
सेक्रेटरी—‘‘पत्नी की तरह।’’
मैंनेजर—‘‘ओ. के. गुड नाइट !’’
जाने क्या मुझसे जमाना चाहता है,
मेरा दिल तोड़कर मुझे हंसाना चाहता है।
जाने क्या बात झलकती है मेरे चेहरे से,
हर शख्स मुझे आजमाना चाहता है।
आठ बच्चे हो गये सिर्फ बारह साल में,
नमक भी महंगाई में, मिलता नहीं है दाल में।
पंचवर्षीय योजना मैंने बनाई है प्रिये,
तुम रहो बाबुल के घर में मैं रहूं ससुराल में।
गर तू साथ है मेरे,
तो दिल आबाद है मेरा,
कह दे तू अपने बाप से,
यदी दामाद है तेरा।
ये जो लड़कियों के बाल होते हैं, लड़कों को फसाने के जाल होते हैं।
खून चूस लेती हैं लड़कों का सारा, तभी तो इनके होंठ लाल होते हैं।
मैंनेजर और उसकी सेक्रेटरी दोनों होटल में जाते हैं। बेड पर पहुचते ही मैंनेजर पूछता है—‘‘मैं तुम्हें पत्नी की तरह ट्रीट करूं या सेक्रेटरी की तरह ?’’
सेक्रेटरी—‘‘पत्नी की तरह।’’
मैंनेजर—‘‘ओ. के. गुड नाइट !’’
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