अतिरिक्त >> चटपटे एस.एम.एस. चटपटे एस.एम.एस.बिल्लू बादशाह
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बिल्लू बादशाह के चटपटे और व्यंग्यपूर्ण एस.एम.एस....
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
बिल्लू बादशाह
इतिहास में उसे ही अच्छा बादशाह कहा गया है- जिसने लुटाया है, बांटा है।
लतीफे, चुटकुले, जोक्स, एस.एम.एस. पर किसी एक का अधिकार नहीं है, शुद्ध मनोरंजन है, ‘खुशियों का खजाना है। इसे बिल्लू बादशाह को भी अपने दोस्तों के बीच खुले दिल से लुटाना है। पढ़कर एस.एम.एस. बिल्लू के दूर करें अवसाद। जब जब आए हंसी, करना बिल्लू को याद।
एक छोटे लड़के ने होस्टल से अपने पिता को खत लिखा- ‘नो मनी, नो फन, युवर सन।’
जवाब आया- ‘हाऊ सैड, वैरी बैड, युवर डैड।’
मर्दाना कुव्वत की गोली लेकर मरीज ने डॉक्टर मांगीलाल से पूछा- ‘इस गोली से खूब ताकत आ जाएगी ना ?’
इस पर डॉक्टर मांगीलाल बोले- ‘जरा जल्दी निगलना वरना गर्दन अकड़ जाएगी।’
सुरेखा ने अपनी सहेली कमला को बताया- ‘इन दिनों मूंछ रखने का फैशन सवार है।’
कमला बोली- ‘मुझे तो हँसी आती है।’
‘गुदगुदी तो मुझे भी होती है।’- सुरेखा बोली।
एक बार मांगीलाल जी ICCI में खाता खुलवाने पहुंचे। फॉर्म में एक कॉलम था- ‘इस बैंक में खाता खोलने की वजह।’
मांगीलालजी ने लिखा- ‘यहां की खूबसूरत कैशियर।’
लतीफे, चुटकुले, जोक्स, एस.एम.एस. पर किसी एक का अधिकार नहीं है, शुद्ध मनोरंजन है, ‘खुशियों का खजाना है। इसे बिल्लू बादशाह को भी अपने दोस्तों के बीच खुले दिल से लुटाना है। पढ़कर एस.एम.एस. बिल्लू के दूर करें अवसाद। जब जब आए हंसी, करना बिल्लू को याद।
एक छोटे लड़के ने होस्टल से अपने पिता को खत लिखा- ‘नो मनी, नो फन, युवर सन।’
जवाब आया- ‘हाऊ सैड, वैरी बैड, युवर डैड।’
मर्दाना कुव्वत की गोली लेकर मरीज ने डॉक्टर मांगीलाल से पूछा- ‘इस गोली से खूब ताकत आ जाएगी ना ?’
इस पर डॉक्टर मांगीलाल बोले- ‘जरा जल्दी निगलना वरना गर्दन अकड़ जाएगी।’
सुरेखा ने अपनी सहेली कमला को बताया- ‘इन दिनों मूंछ रखने का फैशन सवार है।’
कमला बोली- ‘मुझे तो हँसी आती है।’
‘गुदगुदी तो मुझे भी होती है।’- सुरेखा बोली।
एक बार मांगीलाल जी ICCI में खाता खुलवाने पहुंचे। फॉर्म में एक कॉलम था- ‘इस बैंक में खाता खोलने की वजह।’
मांगीलालजी ने लिखा- ‘यहां की खूबसूरत कैशियर।’
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