अतिरिक्त >> रोमांटिक एस.एम.एस. रोमांटिक एस.एम.एस.बिल्लू बादशाह
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बिल्लू बादशाह के द्वारा लिखे गये हास्य एवं व्यंग्य पूर्ण एस.एम.एस...
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
इतिहास में उसे ही अच्छा बादशाह कहा गया है-जिसने लुटाया है बांटा है।
लतीफे, चुटकुले, जोक्स, एस.एम.एस. पर किसी एक का अधिकार नहीं है, शुद्ध
मनोरंजन है खुशियों का खजाना है। इसे बिल्लू बादशाह को भी अपने दोस्तों के
बीच खुले दिल से लुटाना है। पढ़कर एस.एम.एस. बिल्लू के दूर करें अवसाद। जब
जब आए हंसी, करना बिल्लू को याद।
बंटी—‘‘क्या तुम्हारी आंखें तुमको कष्ट पहुंचाती हैं ?’’
बबली (आश्चर्य से)- ‘‘नहीं तो, क्यों ?’’
बंटी—‘‘बड़ा आश्चर्य है यार, मुझे तो इन्होंने घायल कर दिया है।’’
महबूबा के कहने से आशिक ने जान दे दी,
कौन कहता है कि शब्दों में जहर नहीं होता।
‘‘क्या तुम अपने पति को धोखा दे रही हो ?’’
‘‘एक पत्नी और किसे धोखा दे सकती है।’’
बंटी अपने दर्जी की लड़की को भगाकर ले गया। लोगों ने जब उससे पूछा तो उसने कहा—‘‘इतने सालों से उससे कपड़े सिलवा रहा हूं। पर उसने आज तक एक ही चीज ऐसी बनाई जो मुझे बिलकुल फिट आती है इसलिए मैं उसे ले गया।’’
सरदारनी—‘‘जब तुम देशी पीते हो ते मुझे पारो कहते हो, जब व्हिस्की पीते हो डार्लिंग कहते हैं, आज क्या पीया है जो मुझे चुड़ैल कह रहे हो ?
सरदार—आज मैं होश में हूं।
बंटी—‘‘क्या तुम्हारी आंखें तुमको कष्ट पहुंचाती हैं ?’’
बबली (आश्चर्य से)- ‘‘नहीं तो, क्यों ?’’
बंटी—‘‘बड़ा आश्चर्य है यार, मुझे तो इन्होंने घायल कर दिया है।’’
महबूबा के कहने से आशिक ने जान दे दी,
कौन कहता है कि शब्दों में जहर नहीं होता।
‘‘क्या तुम अपने पति को धोखा दे रही हो ?’’
‘‘एक पत्नी और किसे धोखा दे सकती है।’’
बंटी अपने दर्जी की लड़की को भगाकर ले गया। लोगों ने जब उससे पूछा तो उसने कहा—‘‘इतने सालों से उससे कपड़े सिलवा रहा हूं। पर उसने आज तक एक ही चीज ऐसी बनाई जो मुझे बिलकुल फिट आती है इसलिए मैं उसे ले गया।’’
सरदारनी—‘‘जब तुम देशी पीते हो ते मुझे पारो कहते हो, जब व्हिस्की पीते हो डार्लिंग कहते हैं, आज क्या पीया है जो मुझे चुड़ैल कह रहे हो ?
सरदार—आज मैं होश में हूं।
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