अतिरिक्त >> धमाल एस.एम.एस धमाल एस.एम.एसबिल्लू बादशाह
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बिल्लू बादशाह के द्वारा लिखे गये मनोरंजक एवं लोकप्रिय एस.एम.एस.
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
बिल्लू बादशाह’’
इतिहास में उसे ही अच्छा बादशाह कहा गया है- जिसने लुटाया है, बांटा है।
लतीफे, चुटकुले, जोक्स, एस.एम.एस. पर किसी एक का अधिकार नहीं है, शुद्ध मनोरंजन है, ‘खुशियों का खजाना है। इसे बिल्लू बादशाह को भी अपने दोस्तों के बीच खुले दिल से लुटाना है। पढ़कर एस.एम.एस. बिल्लू के दूर करें अवसाद। जब जब आए हंसी, करना बिल्लू को याद।
****
एक आदमी अपनी पत्नी के साथ शाम को घूम रहा था।
एक भिखारी ने पुकारा- ‘‘ओ सुंदरी, अंधा हूं। सवा पांच रुपये दे दे......!’’
पति पत्नी से बोला- ‘‘दे दे, दे दे, तुझे सुंदरी बोला है तो हर हाल में यह अंधा ही है !’’
****
गुजरे हुए कल की याद आती है।
कुछ लम्हों से आंखें भर आती है।
वो सुबह हसीन वो शाम निराली
जब आप जैसे दोस्तों की याद आती है।
****
काश ! दिल की आवाज में इतना असर हो जाए ?
हम आपको याद करें और आपको खबर हो जाए।
****
हकीकत समझो या अफसाना,
बेगाना कोह या दीवाना।
सुनो मेरे दिल का फसाना,
तेरी दोस्ती में है मेरे जीने का बहाना।
****
पानी में पत्थर मत फेंको
उसे कोई और भी पीता है,
जीना है तो हंसकर जीयो
क्योंकि तुम्हें देखकर कोई और भी जीता है।
****
दोस्ती होती है
दिल-ए-राज छुपाने केलिए,
हम अपनी हस्ती मिटा दें
तुम्हें पाने के लिए,
मिलने की तुम्हें फुरसत
नहीं इसलिए,
एसएमएस कर रहे हैं
अपनी याद दिलाने के लिए।
लतीफे, चुटकुले, जोक्स, एस.एम.एस. पर किसी एक का अधिकार नहीं है, शुद्ध मनोरंजन है, ‘खुशियों का खजाना है। इसे बिल्लू बादशाह को भी अपने दोस्तों के बीच खुले दिल से लुटाना है। पढ़कर एस.एम.एस. बिल्लू के दूर करें अवसाद। जब जब आए हंसी, करना बिल्लू को याद।
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एक आदमी अपनी पत्नी के साथ शाम को घूम रहा था।
एक भिखारी ने पुकारा- ‘‘ओ सुंदरी, अंधा हूं। सवा पांच रुपये दे दे......!’’
पति पत्नी से बोला- ‘‘दे दे, दे दे, तुझे सुंदरी बोला है तो हर हाल में यह अंधा ही है !’’
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गुजरे हुए कल की याद आती है।
कुछ लम्हों से आंखें भर आती है।
वो सुबह हसीन वो शाम निराली
जब आप जैसे दोस्तों की याद आती है।
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काश ! दिल की आवाज में इतना असर हो जाए ?
हम आपको याद करें और आपको खबर हो जाए।
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हकीकत समझो या अफसाना,
बेगाना कोह या दीवाना।
सुनो मेरे दिल का फसाना,
तेरी दोस्ती में है मेरे जीने का बहाना।
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पानी में पत्थर मत फेंको
उसे कोई और भी पीता है,
जीना है तो हंसकर जीयो
क्योंकि तुम्हें देखकर कोई और भी जीता है।
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दोस्ती होती है
दिल-ए-राज छुपाने केलिए,
हम अपनी हस्ती मिटा दें
तुम्हें पाने के लिए,
मिलने की तुम्हें फुरसत
नहीं इसलिए,
एसएमएस कर रहे हैं
अपनी याद दिलाने के लिए।
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