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मनोरंजक कथाएँ >> पराक्रमी हार गया

पराक्रमी हार गया

शंकर बाम

प्रकाशक : सहयोग प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2000
पृष्ठ :48
मुखपृष्ठ :
पुस्तक क्रमांक : 4668
आईएसबीएन :0

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ऐतिहासिक गौरव गाथा...

सिकन्दर विश्व-विजय के सपने सँजोये विजय-यात्रा पर निकला था। वह था भी साहस का धनी। जिधर मुख मोड़ा, विजयश्री प्राप्त करके ही लौटा। अपने से कई गुनी शक्तियों से टकराया और असम्भव को संभव कर दिखाया। परन्तु एक भारतीय-नरेश की साधारण सी टक्कर से वह तिलमिला गया। उसकी समूची सेना काँप उठी और आगे बढ़ने से इन्कार कर दिया। वह भारतीय नरेश था पुरु। यों लड़ाई में पुरु की हार हुई, परन्तु सिकन्दर का अभिमान पुरु के स्वाभिमान से हार गया....

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