कहानी संग्रह >> 1857 की कहानियाँ 1857 की कहानियाँख्वाजा हसन निजामी
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इन कहानियों की लोकप्रियता इतनी है कि उर्दू में ‘बेगमात के आंसू’ नाम से इसके 14 संस्करण प्रकाशित हो चुके हैं।
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