नाटक एवं कविताएं >> जय-जय हिन्दुस्तान की जय-जय हिन्दुस्तान कीश्यामसुन्दर मिश्र
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देश-प्रेम, राष्ट्रीयता और स्वदेश-गौरव की कवितायें...
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
उत्तर प्रदेश
देखो उत्तर का प्रदेश यह
अनुपम हैं अमराइयां ।
और यहीं की भाषा में हैं
तुलसी की चौपाइयाँ ।। 1
जन्मभूमि है यहीं राम की
धरती यह सरनाम है ।
पिये वहाँ का कण-कण देखो
राम नाम का जाम है ।। 2
अनुपम हैं अमराइयां ।
और यहीं की भाषा में हैं
तुलसी की चौपाइयाँ ।। 1
जन्मभूमि है यहीं राम की
धरती यह सरनाम है ।
पिये वहाँ का कण-कण देखो
राम नाम का जाम है ।। 2
क्रमशः...
बिहार
देखो गंगा की मिट्टी से
निर्मित हुआ कछार यह ।
भूमि यहां की बहुत उर्वरा
सूबा सुखद बिहार यह ।। 1
हुआ अशोक महान यहीं पर
यहीं मगध प्राचीन है ।
यहीं बैठकर वट के नीचे
बजी बुद्ध की बीन है ।। 2
निर्मित हुआ कछार यह ।
भूमि यहां की बहुत उर्वरा
सूबा सुखद बिहार यह ।। 1
हुआ अशोक महान यहीं पर
यहीं मगध प्राचीन है ।
यहीं बैठकर वट के नीचे
बजी बुद्ध की बीन है ।। 2
क्रमशः...
दिल्ली
जिसको कहते दिल्ली वह तो
इन्द्रप्रस्थ प्राचीन है ।
युगों युगों से झेली इसने
दुश्मन की संगीन है ।। 1
जामा-मस्जिद बनी यहीं पर
यहीं कुतुबमीनार है ।
देखो आज यहीं पर रहती
भारत की सरकार है ।। 2
इन्द्रप्रस्थ प्राचीन है ।
युगों युगों से झेली इसने
दुश्मन की संगीन है ।। 1
जामा-मस्जिद बनी यहीं पर
यहीं कुतुबमीनार है ।
देखो आज यहीं पर रहती
भारत की सरकार है ।। 2
क्रमशः...
राजस्थान
बढ़े मध्य की ओर तनिक अब
यह सिंहों का नाद है ।
कोरा रेगिस्तान नहीं यह
हिन्दुस्तानी चाँद है ।। 1
पुरुषों से भी श्रेष्ठ हुई हैं
सदा यहां की नारियां ।
देखों यहां अभी उड़ती हैं
जौहर की चिनगारियां ।। 2
भारत का सिरमौर रही यह
धरती राजस्थान की ।
आओ बच्चो मिलकर बोले
जय-जय हिन्दुस्तान की ।।3
यह सिंहों का नाद है ।
कोरा रेगिस्तान नहीं यह
हिन्दुस्तानी चाँद है ।। 1
पुरुषों से भी श्रेष्ठ हुई हैं
सदा यहां की नारियां ।
देखों यहां अभी उड़ती हैं
जौहर की चिनगारियां ।। 2
भारत का सिरमौर रही यह
धरती राजस्थान की ।
आओ बच्चो मिलकर बोले
जय-जय हिन्दुस्तान की ।।3
क्रमशः...
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