आचार्य श्रीराम शर्मा >> गायत्री का हर अक्षर शक्ति स्रोत गायत्री का हर अक्षर शक्ति स्रोतश्रीराम शर्मा आचार्य
|
8 पाठकों को प्रिय 299 पाठक हैं |
गायत्री का अक्षर शक्ति-स्रोत
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
गायत्री मंत्र में 24 अक्षर हैं। इन्हें मिलाकर पढ़ने से ही इनका शब्दार्थ और भावार्थ समझ में आता है, पर शक्ति साधना के संदर्भ में इनमें से प्रत्येक अक्षर का अपना स्वतंत्र अस्तित्व और महत्व है। इन अक्षरों को परस्पर मिला देने से परम तेजस्वी सविता देवता से सद्बुद्धि को प्रेरित करने के लिए प्रर्थना की गई है और साधक को प्रेरणा दी गई है कि वह गायत्री की सर्वोपरि संपदा ‘सद्बुद्धि’ का- ऋतंभरा प्रज्ञा का महत्व समझे और अपने अंतराल में दूरदर्शिता का अधिकाधिक समावेश करे। यह प्रसंग अति महत्वपूर्ण होते हुए भी रहस्यमय तथ्य यह है कि महामंत्र का प्रत्येक अक्षर शिक्षिओं और सिद्धियों से भरा-पूरा है।
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book