आचार्य श्रीराम शर्मा >> पाँच प्राण पाँच देव पाँच प्राण पाँच देवश्रीराम शर्मा आचार्य
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प्रस्तुत है पाँच प्राण और पाँच देव....
एषोऽग्निस्तपत्येष सूर्य एष-पर्जन्यो मघवानेष वायुः।
एष पृथिवी रयिर्देवः सदसच्चामृतं चयत्।।
यह प्राण ही शरीर में अग्नि रूप धारण करके तपता हैं, यह सूर्य,मेघ,इंद्र,वायु,पृथ्वी तथा भूत समुदाय हैं, सत् असत् तथा अमृत स्वरूप ब्रह्म भी यही है।
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