महान व्यक्तित्व >> मदनलाल धींगरा मदनलाल धींगरासुमित कुमार
|
6 पाठकों को प्रिय 285 पाठक हैं |
मदनलाल धींगरा के जीवन पर आधारित पुस्तक...
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
मदनलाल धींगरा
वीर, निडर, और निर्भीक देशभक्त मदनलाल धींगरा का परिवार अमृतसर में रहने
वाला एक संपन्न और अंग्रेज-भक्त परिवार था। उनके पिता डॉ. दत्तमल अमृतसर
के जाने-माने चिकित्सक थे। लोग उनका बहुत सम्मान करते थे। अंग्रेजी राज
में उनकी तूती बोलती थी। ब्रिटिश सरकार ने उन्हें ‘राय
साहब’
के खिताब से सम्मानित किया था।
डॉ. दत्तमल की आठ सन्तानें थी- सात पुत्र और एक कन्या। सभी बेटे मेधावी और उच्च शिक्षा प्राप्त थे। उनमें से दो तो डाक्टर और बार-एट-लॉ थे। एक पुत्र बिहारी लाल धींगरा पूर्व जींद एस्टेट के प्रधानमंत्री भी रहे थे।
मदनलाल धींगरा डॉ. दत्तमल के छठे पुत्र थे। उनका जन्म सन् 1887 में हुआ था। बचपन से ही वह अपने परिवार के अन्य लोगों से भिन्न स्वभाव के थे। वह मितभाषी थे। मदनलाल धींगरा की प्रारम्भिक शिक्षा अमृतसर के मिशन हाई स्कूल में हुई। वहीं से उन्होंने मैट्रिक की परीक्षा फर्स्ट ग्रेड में उत्तीर्ण की। गणित में उनकी विशेष रुचि थी। तकनीकी विषयों से भी उन्हें विशेष लगाव था। वह सभी प्रकार के यंत्रों और मशीनों को बड़ी पैनी नजर से देखते थे।
डॉ. दत्तमल की आठ सन्तानें थी- सात पुत्र और एक कन्या। सभी बेटे मेधावी और उच्च शिक्षा प्राप्त थे। उनमें से दो तो डाक्टर और बार-एट-लॉ थे। एक पुत्र बिहारी लाल धींगरा पूर्व जींद एस्टेट के प्रधानमंत्री भी रहे थे।
मदनलाल धींगरा डॉ. दत्तमल के छठे पुत्र थे। उनका जन्म सन् 1887 में हुआ था। बचपन से ही वह अपने परिवार के अन्य लोगों से भिन्न स्वभाव के थे। वह मितभाषी थे। मदनलाल धींगरा की प्रारम्भिक शिक्षा अमृतसर के मिशन हाई स्कूल में हुई। वहीं से उन्होंने मैट्रिक की परीक्षा फर्स्ट ग्रेड में उत्तीर्ण की। गणित में उनकी विशेष रुचि थी। तकनीकी विषयों से भी उन्हें विशेष लगाव था। वह सभी प्रकार के यंत्रों और मशीनों को बड़ी पैनी नजर से देखते थे।
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book