पौराणिक >> संघर्ष संघर्षजगदीशप्रसाद कौशिक
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प्रस्तुत उपन्यास वैदिकोत्तर संस्कृति तथा तात्कालिक सामाजिक और धार्मिक परिवेश को अपने में समाविष्ट किये हुए है।
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