भाषा एवं साहित्य >> घाघ और भड्डरी की कहावतें घाघ और भड्डरी की कहावतेंदेवनारायण द्विवेदी
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घाघ और भड्डरी में दैवी प्रतिभा थी। उनकी जितनी कहावतें हैं, सभी प्रायः अक्षरशः सत्य उतरती हैं।
सावन पहिले पक्ष में, कोई तिथि घटि जाय।
काऊ काऊ देश में, लरिका बेचे माय।।
यदि सावन के कृष्ण पक्ष में कोई तिथि कम हो जाय तो अकाल पड़ेगा तथा यहाँ
तक हालत खराब हो जायेगी कि मातायें अपने बच्चों को बेच देंगी।
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