अतिरिक्त >> बच्चों के जोक्स बच्चों के जोक्सकुलदीप सलूजा
|
4 पाठकों को प्रिय 450 पाठक हैं |
इसमें बच्चों के लिए मजेदार जोक्स प्रस्तुत किये गये है।
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
बच्चों के जोक्स
टीचर ने बच्चे से पूछा : ‘‘रोने और सोने में क्या
फर्क है
?’’ मारवाड़ी बच्चा : ‘‘हमारे
में कहते हैं कि
रोने से व्यापार बढ़ता है और सोने से परिवार।’’
पिता पुत्र से : आज तुम स्कूल क्यों नहीं गए ?
पुत्र : कल हम लोगों को स्कूल में तौला गया था। आज बेच दिया जाएगा। यही कारण है कि मैं आज स्कूल नहीं गया।
शिक्षक :(विद्यार्थी से) भारत वर्ष के मानचित्र में कुतुबमीनार कहां है ?
विद्यार्थी : पता नहीं सर।
शिक्षक : तो बैंच पर खड़े हो जाओ।
विद्यार्थी : (बेंच पर खड़ा होकर) सर ! यहां से भी कुतुबमीनार नहीं दिख रहा है।
पिताजी डांटते हुए- राजू तुम्हें फूल तोड़ लाने को कहा था और तुम पूरी डाली सहित तोड़ लाए, जल्दी बोलो कि क्यों ?
राजू- पिताजी, वहां लिखा था कि फूल तोड़ना मना है इसलिए मैं डाली सहित तोड़ लाया।
महिला : तुमने मेरे बेटे की पिटाई क्यों की ?
मोटी महिला : उसने मुझे मोटी भैंस कहा था।
महिला : तो बहन, तुम्हें बेटे को पीटने के बजाय अपनी खुराक में कमी करनी चाहिए।
एक लड़के ने नई-नई साइकिल चलानी सीखी थी। वह साइकिल चलाते हुए पैडल से पैर उठाकर बोला : रवि, देख मेरे हाथ नहीं है। इतना कहते ही वह साइकिल से गिर गया। रवि उसके पास आकर बोला : राजू देख, अब तेरे दांत भी नहीं हैं।
राजू : अगर प्रिंसिपल ने अपने शब्द वापस न लिए तो मैं स्कूल छोड़ दूंगा।
मोहन : क्या कहा था प्रिंसिपल ने ?
राजू : कहा था, स्कूल छोड़ दो।
माँ बेटे से : बेटे, घर में कायदे से रहना चाहिए। तुम्हें मेरी हर बात माननी चाहिए।
बेटे ने सिर हिलाते हुए कहा : मैं समझ गया मम्मी, जैसे पापा रहते हैं।
पिता पुत्र से : आज तुम स्कूल क्यों नहीं गए ?
पुत्र : कल हम लोगों को स्कूल में तौला गया था। आज बेच दिया जाएगा। यही कारण है कि मैं आज स्कूल नहीं गया।
शिक्षक :(विद्यार्थी से) भारत वर्ष के मानचित्र में कुतुबमीनार कहां है ?
विद्यार्थी : पता नहीं सर।
शिक्षक : तो बैंच पर खड़े हो जाओ।
विद्यार्थी : (बेंच पर खड़ा होकर) सर ! यहां से भी कुतुबमीनार नहीं दिख रहा है।
पिताजी डांटते हुए- राजू तुम्हें फूल तोड़ लाने को कहा था और तुम पूरी डाली सहित तोड़ लाए, जल्दी बोलो कि क्यों ?
राजू- पिताजी, वहां लिखा था कि फूल तोड़ना मना है इसलिए मैं डाली सहित तोड़ लाया।
महिला : तुमने मेरे बेटे की पिटाई क्यों की ?
मोटी महिला : उसने मुझे मोटी भैंस कहा था।
महिला : तो बहन, तुम्हें बेटे को पीटने के बजाय अपनी खुराक में कमी करनी चाहिए।
एक लड़के ने नई-नई साइकिल चलानी सीखी थी। वह साइकिल चलाते हुए पैडल से पैर उठाकर बोला : रवि, देख मेरे हाथ नहीं है। इतना कहते ही वह साइकिल से गिर गया। रवि उसके पास आकर बोला : राजू देख, अब तेरे दांत भी नहीं हैं।
राजू : अगर प्रिंसिपल ने अपने शब्द वापस न लिए तो मैं स्कूल छोड़ दूंगा।
मोहन : क्या कहा था प्रिंसिपल ने ?
राजू : कहा था, स्कूल छोड़ दो।
माँ बेटे से : बेटे, घर में कायदे से रहना चाहिए। तुम्हें मेरी हर बात माननी चाहिए।
बेटे ने सिर हिलाते हुए कहा : मैं समझ गया मम्मी, जैसे पापा रहते हैं।
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book