कोश-संग्रह >> भारत ज्ञानकोश खंड 3 भारत ज्ञानकोश खंड 3इन्दु रामचंदानी
|
7 पाठकों को प्रिय 87 पाठक हैं |
सरल, सुबोध और रोचक ढंग से भारत को जाने (दंडकारण्य से बालसरस्वती)
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
एन्साक्लोपीडिया ब्रिटैनिका द्वारा पहली बार विश्व के किसी एक देश या क्षेत्र पर केन्द्रित प्रकाशन, उसी देश के राष्ट्रीय भाषा में प्रस्तुत।
भारत के इतिहास, भूगोल, राजनीति, जनजीवन, साहित्य, धर्म, दर्शन, कला एवं साहित्य, खेल एवं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर व्यापक जानकारी उपलब्ध।
छः खण्डों में विभाजित भारत ज्ञान कोश में तीन हजार से अधिक पृष्ठों पर तेरह लाख से ऊपर शब्द और एक हजार एक सौ से अधिक चित्र दिये गये हैं। पाठकों की सुविधा के लिए प्रत्येक खण्ड को दो भागों में बाँटा गया है। पहले भाग में दो हजार पाँच सौ से अधिक प्रविष्टियाँ, अ से ज्ञ तक वर्णानुक्रम में हैं। दूसरे भाग में सिनेमा, वन्य प्राणी, धर्म, राजनीति, विज्ञापन कला और खेलों आदि पर चालीस से अधिक विशेष लेख हैं। भारत ज्ञानकोश की बोधगम्य शैली, गहन, किन्तु सरल जानकारी व चित्रों और रेखांकनों से हर आयुवर्ग के पाठक लाभान्वित होंगे।
भारत के इतिहास, भूगोल, राजनीति, जनजीवन, साहित्य, धर्म, दर्शन, कला एवं साहित्य, खेल एवं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर व्यापक जानकारी उपलब्ध।
छः खण्डों में विभाजित भारत ज्ञान कोश में तीन हजार से अधिक पृष्ठों पर तेरह लाख से ऊपर शब्द और एक हजार एक सौ से अधिक चित्र दिये गये हैं। पाठकों की सुविधा के लिए प्रत्येक खण्ड को दो भागों में बाँटा गया है। पहले भाग में दो हजार पाँच सौ से अधिक प्रविष्टियाँ, अ से ज्ञ तक वर्णानुक्रम में हैं। दूसरे भाग में सिनेमा, वन्य प्राणी, धर्म, राजनीति, विज्ञापन कला और खेलों आदि पर चालीस से अधिक विशेष लेख हैं। भारत ज्ञानकोश की बोधगम्य शैली, गहन, किन्तु सरल जानकारी व चित्रों और रेखांकनों से हर आयुवर्ग के पाठक लाभान्वित होंगे।
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book