अतिरिक्त >> आजादी के गीत आजादी के गीतविनोद चंद्र पाण्डेय
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आजादी के गीत...
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
पंद्रह अगस्त
पंद्रह अगस्त का पुण्य पर्व,
सब पर्वों से बढ़ प्यारा है।
इस दिन हम सब स्वाधीन हुए,
भारत में नूतन युग आया ।
सदियों के बंधन टूट गए,
हर ओर हर्ष ही लहराया ।
फहरी नभ में राष्ट्रीय ध्वजा,
गूँजा जय-जय का नारा है ।
पंद्रह अगस्त का पुण्य पर्व,
सब पर्वों से बढ़ प्यारा है।
सब पर्वों से बढ़ प्यारा है।
इस दिन हम सब स्वाधीन हुए,
भारत में नूतन युग आया ।
सदियों के बंधन टूट गए,
हर ओर हर्ष ही लहराया ।
फहरी नभ में राष्ट्रीय ध्वजा,
गूँजा जय-जय का नारा है ।
पंद्रह अगस्त का पुण्य पर्व,
सब पर्वों से बढ़ प्यारा है।
क्रमशः...
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