कविता संग्रह >> दर्द ही दर्द दर्द ही दर्दनारायणदास जाजू
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आदमी दिमाग की तेज आँच से निजात पाने के लिए जब दिल के पास आता है तब ऐसा ही कुछ घटित होता है जैसा इन कविताओं के रूप में नुमाया हुआ है।
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