ऐतिहासिक >> पहला सूरज पहला सूरजभगवतीशरण मिश्र
|
7 पाठकों को प्रिय 259 पाठक हैं |
वीरवर शिवाजी की शौर्य-गाथा अत्यंत रोचक उपन्यास के रूप में...
Pehla Suraj (Bhagwatisharan Mishra)
विश्व-इतिहास में कभी ही कोई ऐसा व्यक्तित्व उभरता है जो समय की शिला पर अपना नाम अमिट कर जाता है। ऐसे ही थे मराठा-योद्धा, मानवता के सिरमौर छत्रपति शिवाजी। भारतीय जब विदेशियों की दासता के कारण अपनी संस्कृति, अपनी अस्मिता और अपनी पहचान तक खो चुके थे, जब चारों ओर निराशा का अंधकार छा रहा था, तब भारत के राजनैतिक क्षितिज पर एक प्रकाश-पुंज प्रकट हुआ जिसने भारत में नई चेतना, नव जागरण का संदेश फैलाया।
‘पहला सूरज’ उन्हीं महामानव, वीरवर शिवाजी की शौर्य-गाथा है अत्यंत रोचक उपन्यास के रूप में।
‘पहला सूरज’ उन्हीं महामानव, वीरवर शिवाजी की शौर्य-गाथा है अत्यंत रोचक उपन्यास के रूप में।
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book