चिन्मय मिशन साहित्य >> तत्त्वमसि तत्त्वमसिस्वामी शंकरानंद
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प्रस्तुत है तत्वमसि...
आत्मज्ञान के लिए उपनिषद् प्रमाण हैं। चित्त की निर्मलता उसका उपकारी साधन है। यदि हमारा चित्त निर्मल है उपनिषद् का ज्ञान उपलब्ध है और हम उसकी सहायता से अपने आपको देखते है तो आत्मा का ज्ञान अवश्य होगा,इसमें सन्देह नहीं।
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