"> "> " />
लोगों की राय

नई पुस्तकें >> मौन होंठ मुखर हृदय

मौन होंठ मुखर हृदय

दिनकर कुमार

प्रकाशक : साहित्य एकेडमी प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :184
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 17056
आईएसबीएन :9789386771391

Like this Hindi book 0

"अरुणाचल प्रदेश की दुर्गम वादियों में पनपी एक करुण प्रेम गाथा और जन-जीवन की सजीव झलक।"

अरुणाचल प्रदेश की पृष्ठभूमि पर लिखा गया उपन्यास है। अरुणाचल प्रदेश के दुर्गम पर्वतों और जंगलों के बीच जिस समय सड़क निर्माण का श्रमसाध्य कार्य किया गया था, उस समय का वर्णन इस उपन्यास में किया गया है। सड़क निर्माण कार्य वहाँ के विभिन्‍न जनजातियों के श्रमिकों से कराया गया था। उपन्यासकार ने इस उपन्यास में दो भिन्‍न जातियों के सहज-सरल किरदारों के प्रेम-संबंध को चित्रित किया हैं। अलग-अलग जाति के होने के कारण रिनसिन और यामा का मिलन संभव नहीं हो पाता है। उपन्यासकार ने इनकी करुण प्रेम गाथा के साथ अरुणाचल प्रदेश के लोगों के जन-जीवन का वास्तविक चित्र पाठकों के समक्ष उकेरा है। उन्होंने वहाँ के लोगों के जीवन की आशाओं और आकांक्षाओं को वाणी दी है। अपने कुशल चरित्र-चित्रण, परिवेश के जीवंत रेखांकन और सामाजिक सरोकारों से संलग्नता के कारण यह यह असमिया साहित्य की एक महत्वपूर्ण कृति है।

प्रथम पृष्ठ

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book