कविता संग्रह >> जितना खिड़की से दिखता है जितना खिड़की से दिखता हैशैलेन्द्र शर्मा
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अवध बिहारी श्रीवास्तव के प्रतिनिधि गीतों का संग्रह
अनुक्रम
हल्दी के छापे
- वैसे तो माटी माटी है 15
- गमलों में उगे गुलाबों का 17
- सबका बचपन बीता होगा 19
- भइया हैं परदेश 21
- एक पत्र लिखना हाथों की छापों से 23
- आज मेरे गीत में छायी हुयी हो तुम 25
- ओ चन्दन बन वाली नागिन 26
- पहले तो दीप शिखा काँपी 27
- उस दिन साँझ ढले तुम आये 28
- झूम झूम कर आते बादल 29
- लगता है बरसेगा पानी 30
- आँख में गड़ने लगे हैं 31
- एक एक बीत रहे गिने हुए दिन 32
- आओ प्रिय लौट चलें घाटी के गाँव 33
- गोबर लिपी देहरी खिड़की मुझसे बातें करें 34
- बहते जल में सावनी घटा 35
- प्रिय तुमने जूड़े में टाँक दिये फूल 37
- खंजन मृग नीली झीलों सी 38
- महुए की गाछ के तले 39
- मन को मेरे दोष न देना 41
- कल तक तो कुछ नहीं 43
- लहर गया चैता का 45
- सूरज के घर आये बाद 47
- झम झम झम झम बरसा पानी 48
- खाली फ्रेम हाथ में मेरे 49
- एक बना, एक बनी 50
- सोने के पिंजरे की खातिर 51
- मत सहलाना हमें 52
- घर परिवार बेटियाँ बेटे 54
- भीतर भीतर दहने से 56
- कौन कह रहा गीत हमारे 58
- मैं बरगद के पास 60
- बादल मत आना इस देश 62
- नंगे पाँव चले बालू पर 66
- गंगा में पानी तो बहा मगर 68
मंडी चले कबीर
- गाँव का मेला 71
- गीत कहाँ से कैसे आते हैं 73
- कूड़ा चुनती लड़की 77
- सम्बन्धों की आँच 79
- मंडी चले कबीर 81
- वस्तुएँ 82
- दु:ख का बेटा 83
- मैके की याद 84
- लड़कियाँ 85
- फटी रजाई वाले दिन 86
- कोठरी 88
- क ख ग 89
- दिल्ली वाली 90
- बहुत दिनों से .... 91
- सिंहासन 92
- लकवाग्रस्त उमर 93
- सूरजमुखी 94
- भेड़िये 95
- भोर धूप सी 96
- लड़की - 1 97
- लड़की - 2 98
- लड़की - 3 99
- लड़की - 4 100
- चैत 101
- बैसाख 102
- जेठ 103
- असाढ़ 104
- सावन 105
- भादों 106
- क्वार 107
- कातिक 108
- अगहन 109
- पूस 110
- माघ 111
- फागुन 112
- कोख 113
- देसी गन्ध 115
- बादल राग 116
- चौमासा 117
- अपना असाढ़ 118
- राजा आते हैं 119
- चुभन बहुत है 121
- पोखरे में जल 123
- चुप रह लड़की 125
- चूल्हा जलना 126
- घर घर घूम रही है लड़की 127
- हम लगाम के ऐसे आदी 128
- एक कहानी सुनो 129
- पूजाघर 130
- हत्यारिन 131
- छोटी बहू 132
- खेतों की बेटी 133
- सबने अपनी सुविधाओं से 134
- गँवईं मन 135
- हे नव-वर्ष 137
- कविता की देह 139
- बाबा बाबा उदास क्यों हो? 141
- बोलो भाई बोलो कौन 143
- बूझ सको तो बूझो 144
- मौसम ने बसंत के हाथों 145
- समय के पार 146
- सरसों के खेतों में लड़की 147
- कथा 'सत्य-नारायण' 148
- नदी के घाट पर बैठे 149
- तुम हो एक नदी 151
- कितना भी बहकाए दर्पन 152
- भीतर एक नदी बहती है 154
- फिर कब हो कबीर का फेरा 155
- हम जीवन में भटक रहे हैं 156
- तनिक हँस पड़ीं 157
- सीढ़ियों पर चुप्पियाँ 158
- अग्नि अग्नि सम्भवा 159
- बायाँ हाथ 160
- 'एकलव्य' होकर 162
- सोने से पहले 163
बस्ती के भीतर
- बेटी होना 166
- बहू का बयान 167
- यहाँ दिल्ली में 168
- कूड़ा चुनती लड़कियाँ 170
- खबरें 172
- तब आये बादल 173
- कुआँ 174
- मूड़ी गाड़े बैठी लड़की 176
- अफीम 177
- यह समय 179
- दीवाली - 1 181
- दीवाली - 2 183
- चींटियाँ 185
- दादी 186
- कबाड़घर 187
- आनन्द 188
- गठबन्धन 190
- बैठक 192
- कर्जों के रथ पर 194
- डाकिया 195
- जब बात चली 197
- बेचैनी 198
- कामवाली 199
- हीरा-मोती 200
- कमासुत 202
- जारी है परिपत्र 203
- कच्ची दीवारें 205
- माथे हाथ धरे बैठा है 207
- बौरों में आ गये टिकोरे 209
- नइकी-दुलहिन 211
- विषकन्या 213
- बलात्कार 215
- ध्यान 217
- आभा-वलय 218
- जीवन-यात्रा 219
- प्यास 220
- प्रार्थना 222
- सहज मन 223
- राजा का कमरा 224
- राजपुरुष 225
- तीसरी बेटी 227
- माँ के न रहने पर 228
- गाँव की याद 229
- बूढ़ा कैलेण्डर 231
- फूलों के दिन 232
- समर्पण 233
- पानी के बिना 234
- बँटवारा 235
- नया साल - 1 236
- नून तेल लकड़ी 237
- हीरामन 239
- धारा में 240
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