ऐतिहासिक >> अजेय हम अजेय हमयुवाल नोआ हरारी
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हम शेरों जैसे ताक़तवर नहीं हैं,
न डॉल्फिन की तरह तैर सकते हैं,
और निश्चय ही हमारे पंख भी नहीं हैं !
तो फिर हमने इस दुनिया पर राज कैसे किया ?
इसका जवाब एक ऐसी अजीब कहानी में है, जो शायद ही फिर कभी सुनने को मिले. वह भी एक सच्ची कहानी !
कभी आपके दिमाग़ में यह सवाल पैदा हुआ कि हमने यह मुक़ाम कैसे हासिल किया ?
हाथियों ने शिकार से लेकर स्मार्ट फोन चलाने तक का सफ़र ?
आखिर कैसे बने हम…अजेय ?
इसके पीछे की सच्चाई यह है कि हमारे पास एक सुपर पावर है
और वह यह कि – हम कहानियाँ गढ़ सकते हैं
यह ऐसा इतिहास है जिसे आपने पहले कभी अनुभव नहीं किया होगा
जानिए कि कैसे क़िस्सागोई की इस अनोखी ख़ूबी का इस्तेमाल हमने अच्छाई-बुराई को समझने और दुनिया पर राज करने के लिए किया और जानिए कि दुनिया को बदल देने की यह ताक़त हासिल कैसे हुई ?
हरारी युवा पाठकों को साथ लेकर मानव जाति के इतिहास की यात्रा पर निकले हैं। रोमांचक तथ्य और जानदार चित्रांकन के ज़रिए विस्तृत और उलझे हुए विषय को ख़ूबसूरती से पेश करते हैं।
सबीना रादेवा, ‘ओरिजिन ऑफ़ स्पीशीज़’ की लेखिका
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