नई पुस्तकें >> धवले धवलेप्रभात
|
0 |
रजा पुस्तक माला के अन्तर्गत हम ऐसी पुस्तकें प्रकाशित करते रहे हैं जिनमें अपेक्षाकृत दुर्लभ सामग्री एकत्र की गयी है। यह पुस्तक एक लोक- गायक की कथा भी कहती है और मौखिक परम्परा में उसकी सजीव लोक-रचनाओं को लिखित रूप में अभिलिखित भी करती है । यह सामग्री अपने वितान में विपुल और विविध, अपनी कथा- सम्पदा में सघन, अपनी प्रस्तुति में मनोहर है। एक लोक-कवि-गायक-कथाकार को अपने नज़दीक अनुभव करना पुस्तक से सहज सम्भव है।
|
लोगों की राय
No reviews for this book