उपन्यास >> वचन वचनकाशी बहादुर श्रेष्ठदुर्गाप्रसाद श्रेष्ठ
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रूपनारायण सिंह के भ्रमर तथा रुद्रराज पांडे के रूपमती उपन्यास के पश्चात् काशी बहादुर श्रेष्ठ का उपन्यास वचन नेपाली में आधुनिक युग का प्रारंभिक उपन्यास माना जाता है। यह एक मर्मस्पर्शी प्रेमकथा है, जिसमें समाज की विसंगतियों को उजागर किया गया है। वचन की नायिका ने नायक की प्रतिष्ठा की रक्षा के लिए उससे विवाह न करने का वचन दिया था। इसी वचन की रक्षा के लिए वह अपने प्राण उत्सर्ग कर देती है। यह एक आदर्शवादी और दुःखांत उपन्यास है।
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