कविता संग्रह >> फिर भी कृतज्ञ है पेड़ फिर भी कृतज्ञ है पेड़नन्दकिशोर आचार्य
|
0 |
‘फिर भी कृतज्ञ है पेड़’ नन्दकिशोर आचार्य का कविता-संग्रह है। इन कविताओं में अनुभव का बखान या वृत्तांत नहीं बल्कि अनुभव का अर्क है। एक मामूली सा दृश्य या उदासी का एक लम्हा या एक ठूँठ या एक काँपती पत्ती या सामान्य सी भंगिमा कविता की अन्तर्वस्तु बन जाती है,इसलिए कि उसे अर्थान्वेषी दृष्टि से देखा जाता है। यह अंतर्दृष्टि ही नन्दकिशोर आचार्य की कविताओं में मर्म भरती है; उनके इस संग्रह की कविताएँ इस बात का और भी चमकदार प्रमाण है।
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book