लेख-निबंध >> सहयात्राएँ सहयात्राएँरामदरश मिश्र
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प्रस्तुत पुस्तक में मिश्र जी के संस्मारणात्मक निबंध संकलित हैं। उन्होंने जिन लोगों पर संस्मरण लिखे हैं उनमे अनेक उनके बहुत अंतरंग रहे हैं जिनके सुख-दुःख को उन्होंने बहुत निकट से देखा है बल्कि साथ-साथ जिया है। कुछ ऐसे भी व्यक्ति हैं जो उनके बहुत निकट नहीं रहे किन्तु प्रसिद्द साहित्यकार होने के कारण अपनी रचनाओं के माध्यम से अपनी निकटता की प्रतीति कराते रहे हैं।
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