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विश्व भाषा के रूप में हिन्दी

वीरेन्द्र सिंह यादव

प्रकाशक : आराधना ब्रदर्स प्रकाशित वर्ष : 2020
पृष्ठ :189
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 16172
आईएसबीएन :9788194445401

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विश्व भाषा के रूप में हिन्दी

अनुक्रमणिका

सम्पादकीय...

खण्ड-1

अतीत एवं वर्तमान परिदृश्य में हिन्दी

1. राष्ट्रभाषा हिन्दी : सामर्थ्य, स्वरूप और सम्भावनाएँ

- डॉ. सियाराम

2. अतीत के बिना भाषा का कोई भविष्य नहीं

- डॉ. सुषमा पुरवार

3. अतीत एवं वर्तमान आईने में भाषा के बदलते परिदृश्य

- डॉ. वीरेन्द्र सिंह यादव

4. हिन्दी का अन्तर्राष्ट्रीय स्वरूप

- डॉ. रवीन्द्र नाथ यादव

5. हिन्दी भाषा की राष्ट्रीय एकता में सामाजिक भूमिका

- डॉ. विजय कुमार वर्मा

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    अनुक्रम

  1. अनुक्रमणिका

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