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			 सामाजिक विमर्श >> आधुनिक काल में भारत : विविध आयाम आधुनिक काल में भारत : विविध आयामडॉ. रवीन्द्र नाथ यादवविनेश कुमार सचानडॉ. बलराम सिंह
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आधुनिक काल में भारत : विविध आयाम
 25.  असंगठित क्षेत्रों में कार्यरत महिला श्रमिकों की आर्थिक और सामाजिक पृष्ठभूमि का समाजशास्त्रीय अध्ययन 
 - ज्ञानेश कुमार 
 26.  भारत की दशा एवं दिशा : शिक्षा के परिप्रेक्ष्य में 
 - डॉ. पूजा तिवारी 
 27.  शिक्षा के परिप्रेक्ष्य में भारत 
 - मोनिका शर्मा 
 28. शिक्षकों के शिक्षण व्यवसाय एवं अभिवृत्ति 
 - सतीश चन्द्र द्विवेदी
 29. 21वीं सदी में उच्च शिक्षा के पटल पर दलित महिलाओं की स्थिति 
 - डॉ. स्वामी प्रसाद, डॉ. रावेन्द्र सिंह
 30.  भारतीय परिप्रेक्ष्य में शिक्षा की चुनौतियाँ एवं सुझाव 
 - डॉ. काव्या दुबे, अनुराधा शर्मा
 31. अध्यापक शिक्षा की संकल्पना और बाधक तत्व एवं उन्नयन के उपाय 
 - अतुल कुमार, डॉ. सुनील त्रिवेदी 
 32. "स्वतन्त्रता के पश्चात् भारत में स्त्री शिक्षा का आंकलन 
 - अमरनाथ गुप्ता 
 33. "साहित्य जगत में भारत एवं केदारनाथ सिंह" 
 - डॉ. श्रीकेश पाण्डेय
 34.  डॉ. बृजेन्द्र अवस्थी के काव्य में तत्कालीन यथार्थ 
 - डॉ. विजय लक्ष्मी
 35. समकालीन हिन्दी कहानी-कथ्य के सरोकार एवं सामाजिक चिंतन 
 - डॉ. दीपिका कटियार, जय सिंह 
 36. 'आधुनिक हरिऔध पं. बाबूराम गुबरेले का व्यक्तित्व एवम् उनकी कृतियों का मूल्यांकन
 - डॉ. जितेन्द्र कुमार द्विवेदी 
 37. "साहित्य जगत में धर्मवीर भारती के उपन्यासों में सामाजिक चेतना"
 - डॉ. शिव प्रताप 
 38.  सामाजिक क्षेत्र में भारत 
 - अमित कुमार गुप्ता
 			
						
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- अनुक्रम
 

 
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