संस्कृति >> लोक देवता - कारसदेव लोक देवता - कारसदेवडॉ. एम एल प्रभाकर
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लोक देवता - कारसदेव
समर्पण
नीम की छइयां बड़ा चौतरा,
ढाँक बजा मधु ध्वनि उपजायी।
गोट गीत ओ... ओ..ओ गा करके,
शुक्ल चतुर्थी प्रति माह-सुहायी।
देव भाव जब आय सवारी,
भीड़ उमड़ती है अधिकायी।
लोक देवता कारसदेव कृति समर्पित,
जो देव बाबा भक्ति करहिं हरषायी।।
- डॉ. प्रभाकर
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- अनुक्रम
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