लोगों की राय

कविता संग्रह >> लेख लिखे माटी ने

लेख लिखे माटी ने

देवेन्द्र सफल

प्रकाशक : दीक्षा प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2019
पृष्ठ :110
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 16020
आईएसबीएन :000000000

Like this Hindi book 0

देवेन्द्र सफल का गीत-संग्रह

अनुक्रम


1. हम सूरज के ध्वजवाहक हैं
2. चारों ओर लगे हैं पहरे
3. आखें पथराई
4. लौट चलो अपने अतीत में
5. दिन कटते गिन-गिन
6. बदल गये रिश्ते
7. बाँधे हाथ बने दरबारी
8. अनुनय का कुछ मोल नहीं है
9. कल क्या होगा
10. फूल मसले जा रहे
11. कुछ भी कहना ठीक नहीं है
12. एक अबूझी प्यास सताये
13. खरे भी खोटे हैं
14. पत्थरों - वाले घरों में
15. गुम हुये उत्तर
16. मुखर कबीर हुये
17. अक्ल भी हैरान है
18. टपक रहा छप्पर
19. उनको बीन बजाना आता
20. खेत पड़े परती
21. कैसी अंधी दौड़
22. मुन्नी हुई सयानी
23. कुछ तो काम मिला
24. न्याय के घर पैरवी की
25. जटिल विधान रचा
26. सब चेहरे पहचाने हैं
27. मुट्ठी में नई सदी
28. तोते रामायण बाँचें
29. रधिया रोकर बतलाये
30. कैसे इनके पैमाने हैं
31. फिर भरने होंगे नये रंग
32. उन्हें कहाँ फुरसत है
33. बिकने को तैयार नहीं है
34. चारों ओर गंध बारूदी
35. एक पाँव पर खड़े हुये हैं
36. जाल फैले प्रपंचों के
37. देव-दनुज की सोच एक है
38. उत्तर कब लिखते
39. ढहते रहे कगारे
40. अभी परीक्षायें बाकी हैं
41. मन बड़ा चंचल
42. समीकरण बदले
43. पंछी से पहले जग जाती
44. समझ गई नारी
45. दूषित हुई नदी
46. राजनीति के आका
47. दुर्लभ लगती दाल
48. राजा जी अन्धे
49. काम न करे दुआ
50. सूख गई है काया
51. भूले गाँव-शहर
52. मन के बन्द किवाड़
53. भड़क रहे उन्मादी शोले
54. मौन साधे बैठे दर्पण
55. फाइल में दबे सवाल

...Prev |

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ

    अनुक्रम

  1. आत्मकथ्य
  2. अनुक्रम

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book