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हिन्दी के सर्वश्रेष्ठ प्रेम गीत

क्षेमचन्द्र सुमन

प्रकाशक : हिन्द पॉकेट बुक्स प्रकाशित वर्ष : 1986
पृष्ठ :138
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 15381
आईएसबीएन :0

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हिन्दी के सर्वश्रेष्ठ 100 प्रेम गीत

यह संकलन

कहते हैं कि हिन्दी में ऐसे प्रेमगीत लिखे ही नहीं गए, जो भाषा, भाव और सहज अभिव्यक्ति के कारण मानव-मन को गुदगुदा सके, और वह यह अनुभव करने के लिए विवश हो जाए कि कवि ने यह बात अपने मन की न लिखकर मेरे मन की कही है। यह संकलन इसी धारणा को चुनौती देने के रूप में एक विनम्र किन्तु छोटा-सा प्रयास है।

हमने हिन्दी के जाने-माने कवियों से जब इस संकलन में सहयोग देने की प्रार्थना की, तो न केवल उन्होंने हमारे इस विचार का बड़े उत्साह से स्वागत किया, बल्कि अपनी रचनाएँ इस संकलन में समाविष्ट करने की अनुमति भी उदारतापूर्वक दे दी। हमने इस संकलन में ऐसे ही गीत लिए हैं, जो काव्य-प्रेमियों के अंतराल को स्पर्श कर सकने के साथ-साथ सामान्य स्तर के पाठक को भी गीत-माधुरी का रसास्वादन कराने में सक्षम हैं।

इस पावन अनुष्ठान में हमें हिन्दी के अनेक वदान्य कवियों ने जो सौजन्यपूर्ण सहयोग दिया, उसीका यह परिणाम है कि हमारे पास इतनी प्रभूत सामग्री एकत्र हो गई कि 'पॉकेट बुक'-जैसी इस छोटे-से कलेवर की पुस्तिका में उस सारी सामग्री का उपयोग हम इच्छा होते हुए भी नहीं कर सके। जिन कवि-बन्धुओं की रचनाएँ इस संकलन में नहीं दी जा सकीं, उसका यह आशय कदापि नहीं कि वे किसी भी प्रकार निम्न स्तर की हैं। स्थान की कमी ही इसका एकमात्र कारण है। हम अपने ऐसे कवि-बन्धुओं के निकट विनम्र भाव से क्षमा-प्रार्थी हैं। आशा है हमारी विवशता पर उनका सौजन्य अवश्य ही विजयी होगा।

प्रेमगीतों का यह संकलन हमारे प्रयोग का पहला चरण है। यदि काव्य-प्रेमी पाठकों ने इस संकलन का यथोचित स्वागत किया तो भविष्य में प्रेमगीतों का एक विशाल 'संदर्भ-ग्रंथ' प्रस्तुत करने का भी हमारा विचार है। उस ग्रन्थ में उन सभी रचनाओं का सदुपयोग हो सकेगा, जो स्थानाभाव के कारण इस छोटी-सी पुस्तिका में नहीं जा सकीं।। अन्त में हम उन सभी कवियों के आभारी हैं, जिनके काव्य-सुमनों से यह ‘गीतमाला' तैयार हो सकी है।

- क्षेमचन्द्र 'सुमन'
- अजय निवास, दिलशाद कालोनी, शाहदरा, दिल्ली-३२


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