हास्य-व्यंग्य >> कैंची और आलपिन कैंची और आलपिनडॉ. सुरेश अवस्थी
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डॉ0 सुरेश अवस्थी का नवीन व्यंग्य संग्रह
आत्मोवाच... वैसे तो काटती हैं कैचियां लेकिन काट कर कागज और कपड़ों को देती हैं नया आकार। अर्थात बनाती हैं रंग-बिरंगे फैशन का अजूबा संसार। और आलपिने चुभती तो हैं लेकिन कागजों को जोड़ती हैं। - सुरेश अवस्थी
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