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नाटक-एकाँकी >> मलयालम के प्रतिनिधि नाटक

मलयालम के प्रतिनिधि नाटक

एम एस विश्वमभरण

प्रकाशक : लोकभारती प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 1995
पृष्ठ :171
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 13205
आईएसबीएन :0

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केरल के कुछ लब्ध प्रतिष्ठित नाटककारों के नाटकों का अनुवाद इस पुस्तक में संकलित हैं

केरल के कुछ लब्ध प्रतिष्ठित नाटककारों के नाटकों का अनुवाद इस पुस्तक में संकलित हैं। केरल के रंगजगत के सृजनकर्म की नूतन प्रवृत्तियों का परिचय इन नाटकों से मिल जायेगा।
जहाँ तक नाट्‌यानुवाद का सवाल है, हिन्दी में नवरंग आन्दोलन का समय इसके लिए अधिक उपयुक्त माना गया।
नाटक और रंगमंच के बीच पहले जो दूरी थी, वह इस वक्त तक समाप्त हो चुकी थी। ....इस सिद्धान्त को भी मान्यता प्राप्त हुई कि नाटक की सफलता और सार्थकता रंगमंच पर ही आंकी जाती है।

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