आलोचना >> जायसी : एक नई दृष्टि जायसी : एक नई दृष्टिरघुवंश
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जायसी साहित्य के अध्येताओं के लिए डॉ. रघुवंश की यह पुस्तक अत्यंत महत्तपूर्ण और उपयोगी सिद्ध होगी
प्रस्तुत पुस्तक जायसी साहित्य के अध्ययन चिंतन में एक नयी दृष्टि की शुरुआत करती है। धर्म, दर्शन और आचरण की मूल्यपरक रचना प्रक्रिया मानवीय संस्कृति की आंतरिक प्रकृति है-इस ज्ञान के साथ उन्होंने पाया है कि इसी की अभिव्यक्ति मनुष्य की कलाओं और साहित्य में होती है। प्रस्तुत पुस्तक के विभिन्न प्रकरणों में जायसी के जीवन, दार्शनिक चिंतन, उनकी अध्यात्मिक दृष्टि, साधना की भाव-भूमि मानवीय जीवन के सारे परिवेश के साथ उसके मूल्य प्रक्रिया के विविध पक्षों को विवेचित करने में लेखक ने सर्वथा नयी दृष्टि से काम लिया है। जायसी साहित्य के अध्येताओं के लिए डॉ. रघुवंश की यह पुस्तक अत्यंत महत्तपूर्ण और उपयोगी सिद्ध होगी।
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