भाषा एवं साहित्य >> भाषा विज्ञान: हिंदी भाषा और लिपि भाषा विज्ञान: हिंदी भाषा और लिपिरामकिशोर शर्मा
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भाषा की विविध प्रयुक्तियों, भाषा-चिन्तन की परम्परा, भाषा-संरचना के तत्वों, ध्वनि, शब्द, पद, अर्थ आदि क्षेत्रों-में सम्पन्न भाषा वैज्ञानिक आधुनिकतम विचारों तथा निष्पत्तियों को एक साथ समाहित करने वाली यह पुस्तक छात्रों, अनुसंधानकर्त्ताओं तथा अन्य जिज्ञासुओं के लिए उपादेय होगी
सभ्यता और संस्कृति के विकास के साथ भाषा प्रयोग के आयाम में विस्तार एवं सूक्ष्मता आयी है। अपने सामाजिक परिवेश में सहज ढंग से सीखी गई मातृभाषा के द्वारा बृहत्तर विश्व-समाज के साथ सम्पर्क स्थापित करना संभव नहीं है। विश्व-समाज में भाषा व्यवहार के विविध संदर्भों को समझने के लिए भाषा-विज्ञान का अध्ययन आवश्यक हो गया है। भाषा की विविध प्रयुक्तियों, भाषा-चिन्तन की परम्परा, भाषा-संरचना के तत्वों, ध्वनि, शब्द, पद, अर्थ आदि क्षेत्रों-में सम्पन्न भाषा वैज्ञानिक आधुनिकतम विचारों तथा निष्पत्तियों को एक साथ समाहित करने वाली यह पुस्तक छात्रों, अनुसंधानकर्त्ताओं तथा अन्य जिज्ञासुओं के लिए उपादेय होगी। हिन्दी-भाषा तथा लिपि पर भी इसमें बड़े विस्तार से विचार किया गया है। विषय को सुबोध बनाने के लिए परिचित उदाहरणों का सहारा लिया गया है, विषय की गंभीरता तथा स्तर को सुरक्षित रखते हुए सरल, सुबोध भाषा शैली अपनाई गई। विवेचन क्रम में व्यर्थता का त्याग तथा आवश्यक सामग्री के ग्रहण का प्रयत्न रहा है। इसी आधार पर पुस्तक के कलेवर को संयमित किया गया है।
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