भाषा एवं साहित्य >> हिन्दी साहित्य का आधा इतिहास हिन्दी साहित्य का आधा इतिहाससुमन राजे
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हिन्दी साहित्य का आधा इतिहास महिला-लेखन के बने-बनाये पूर्वाग्रहों को तोड़ता है, साँचों को नकारता है, मिथकों को बदलता है और एक नये रचना-कर्म का आविष्कार करता है।
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